बुधवार

शिव या शंकर आदि और अनन्त


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वो शिव हैं जिन्होंने इतने जटिल शरीर तंत्र का निर्माण किया जिसे विज्ञान के इतनी उन्नति करने बाद भी मनुष्य समझ नहीं पाया। अब उस सर्वोच्च शक्ति को लोग अलग अलग नाम देते हैं लेकिन शिव नही कहते।

मनुष्य शरीर की उँगलियों में लकीरें तब बनने लगती हैं जब शिशु माँ के गर्भ में 4 माह तक पहुँचता है।

ये रेखाएं एक रेडियोएक्टिव लहर की तरह ऊँगली के मांस पर बनना शुरू होती हैं। इन लहरों को भी आकार DNA देता है।

मगर हैरानी की बात ये है कि ये रेखाएं  किसी भी पूर्वजों और धरती पे रहने वाले मनुष्य से मेल नहीं खातीं।

यानी रेखाएं बनाने वाला इस तरह से समायोजन रखता है, कि वो खरबों की संख्या में मनुष्य जो इस दुनियाँ में हैं, और जो संसार में नहीं हैं,उनकी उँगलियों में रेखांकित की गईं और उनके एक एक डिजाइन से अच्छे से परिचित है।

यही कारण है कि वो हर बार एक नए आकार का डिजाइन नवजात शिशु की उँगलियों पर बनाकर के ये साबित करता है...

है कोई उस जैसा निर्माता?

है कोई उस जैसा कारीगर ?

है कोई उस जैसा कलाकार ?

है कोई उस जैसा वास्तुकार ?

अचंभित करने वाली बात है,की सोच इस बात पर खत्म हो जाती है, कि अगर जलने से घाव लगने या किसी वजह से ये फिंगरप्रिंट मिट जाए तो दुबारा हु बहु वही रेखाएं,जिनमें एक कोशिका की भी कमी नहीं होती, दोबारा या बार बार वैसी ही बन जाती हैं ।

पूरी दुनियाँ मिलकर भी मनुष्य की उंगली पर अलग अलग रेखाओं वाली एक फिंगरप्रिंट नहीं बना सकती।

कोई तो सर्वोच्च शक्ति है जो इस संसार को चला रहा है। वो भी हर एक अलग अलग व्यक्तित्व !! जो एक दूसरे से बिल्कुल भिन्न होते हैं।
ॐ नमः शिवाय
kolkata Kolkata, West Bengal, India

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मनुष्य का सबसे बड़ा धन उसका स्वस्थ शरीर हैं इससे बड़ा जगत में कोई धन नहीं है यद्यपि बहुत लोग धन के पीछे अपना यथार्थ और भविष्य सब कुछ भुल जाते हैं। उनको बस सब कुछ धन ही एक मात्र लक्ष्य होता है। अन्तहीन समय आने पर उन्हें जब तक ज्ञात होता है तब तक देर हो चुकी होती है। क्या मैंने थोड़ा सा समय अपने लिए जिया काश समय अपने लिए कुछ निकाल पाता तो आज इस अवस्था में मै नहीं होता जो परिवार का मात्र एक प्रमुख सहारा है वह आज दुसरे की आश लगाये बैठा है। कहने का तात्पर्य यह है कि वह समय हम पर निर्भर करता है थोडा सा ध्यान चिन्तन करने के लिए अपने लिए उपयुक्त समय निकाल कर इस शारीरिक मापदंड को ठीक किया जाय। और शरीर को नुकसान से बचाया जाए और स्वास्थ्य रखा जाय और जीवन जीने की कला को समझा जाय।   vinaysinghsubansi.blogspot.com पर इसी पर कुछ हेल्थ टिप्स दिए गए हैं जो शायद आपके लिए वरदान साबित हो - धन्यवाद